महाकाल की सेवा में तैनात 'मैकसी' सावन सोमवार का व्

महाकाल की सेवा में तैनात 'मैकसी' रखती है सावन सोमवार का व्रत ,दिनभर दूध और शाम को सिर्फ फलाहार

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महाकाल की सेवा में तैनात 'मैकसी' रखती है सावन सोमवार का व्रत ,दिनभर दूध और शाम को सिर्फ फलाहार

सतेन्द्र सिंह भदौरिया- सावन में लोग तरह-तरह से लोग भगवान शिव की भक्ति-आराधना करते हैं। हम इंसानों के बीच एक ऐसे नाम का जिक्र कर बताते हैं, जो आपको चोंका देगा औऱ सोचने पर मजबूर कर देगा। दरअसल, इंसानों के साथ भगवन के प्रति जानवरों में भी श्रद्धाभाव होता है। अब हम आपको बता रहे हैं मध्यप्रदेश पुलिस की इकाई में एक मादा डॉग आफिसर मैक्सी की कहानी। उज्जैन में बाबा महाकाल की सुरक्षा में तैनात डॉग ऑफिसर मैक्सी सावन के प्रत्येक सोमवार को ड्यूटी के साथ-साथ व्रत भी रखती है। वह अपने हैंडलर के साथ दिनभर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहती है। इस दौरान मैक्सी किसी भी प्रकार का अन्न का सेवन नहीं करती।

पिछले दो साल से दे रही सेवाएं 

मध्यप्रदेश गृह विभाग ने मैक्सी के सेवाभाव को बीते माह यानि कि 23 जुलाई अपने X पर पोस्ट किया था। गृह विभाग ने बताया था कि कैसे मैक्सी के लिए सावन सोमवार का दिन बेहद खास होता है। पूरे दिन व्रत फिर बाबा महाकाल की शाही सवारी में मुस्तेद रहकर ड्यूटी का धर्म निभाना। सोमवार इस दिन मैक्सी को भोजन में दिनभर ठंडा दूध और शाम को फलाहार दिया जाता है। यदि कोई अन्न के नाम पर कुछ खाने को दे भी तो वह नहीं खाती। मैक्सी पिछले दो साल से उज्जैन पुलिस में सेवा दे रही है। 

शाही सवारी में भी सुरक्षा का जिम्मा 

सावन में उज्जैन में भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पुलिस के लिए चुनौती बन जाती है। श्रावण मास में भगवान महाकाल की नगरी श्रद्धालुओं से भर जाती है, तब सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वालों में एक खास सदस्य भी शामिल होती है-नाम है मैक्सी। यह उज्जैन पुलिस की डॉग स्क्वॉड की सदस्य हैं। मैक्सी कोई आम डॉग नहीं, बल्कि अनुशासन, निष्ठा और सेवा की मिसाल है। मंदिर और शाही सवारी तक में मैक्सी चौकन्ना होकर सुरक्षा में लगी रहती है।

मैक्सी से पहले रानो ने लगातार 11 साल रखा व्रत 

मैक्सी से पहले रानो ने लगातार 11 साल तक उज्जैन में सेवाएं दीं। उसने हमेशा सावन सोमवार का व्रत रखा। रानो के लिए शाम को फलाहार के लिए रामघाट में व्यवस्था की जाती थी। बहरहाल रानो अब सेवानिवृत्त हो चुकी है और भोपाल के भदभदा स्थित वृद्धाश्रम में रहती है।