लेकिन इतना बेहतर रिटर्न देगा, इसकी किसी ने कल्पना नहीं की होगी। जी हां, आज हम एक ऐसे फंड की बात कर रहे हैं, जिसने महज तीन साल में ही रकम दूनी कर दी है। जिन निवेशकों ने इसमें 20 साल पहले 10 लाख रुपये की रकम लगाई होगी, उनका पैसा अभी साढ़े चार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का हो गया।
Mutual Fund: इसी को कहते हैं म्यूचुअल फंड का जादू। जी हां, 20 साल पहले आपने यदि किसी बैंक के लॉन्ग टर्म एफडी में 10 लाख रुपये फिक्स किया होता और साल में 7.4 फीसदी का हाई रिटर्न भी रहता तो भी आपकी रकम होती 43,33,338 रुपये। यही रकम यदि आपने निफ्टी (Nifty) में निवेश किया होता तो दो करोड़ रुपये मिलते। लेकिन जिन्होंने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के वैल्यू डिस्कवरी फंड (ICICI Prudential Value Discovery Fund) में 10 लाख रुपये 20 साल पहले लगाया, उनकी रकम आज कई गुना बढ़ कर साढ़ चार करोड़ रुपये से भी ज्यादा की हो गई है।
बैंक एफडी ही नहीं, निफ्टी भी फेल
इसी का नाम म्यूचुअल फंड है जो आपको करोड़पति बनाने की ताकत रखता है। देश की दूसरी सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के वैल्यू डिस्कवरी फंड ने 20 साल पहले निवेश किए गए 10 लाख रुपये को 4.52 करोड़ रुपये बना दिया है। यानी चक्रवृद्धि दर (CAGR) रिटर्न 21 फीसदी से ज्यादा रहा है। जबकि इसी अवधि में निफ्टी में यही रकम केवल 2 करोड़ रुपये हुई है। यानी निफ्टी से दोगुना का ज्यादा फायदा इस फंड ने दिया है। निफ्टी का सीएजीआर 16 फीसदी रहा है। बैंक एफडी में यदि 7.4 फीसदी का हाई रेट भी मानें तो आज यह रकम 43.33 लाख रुपये ही हो पाती।
देश का सबसे बड़ा वैल्यू फंड है
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड देश में सबसे बड़ा वैल्यू फंड है। इसका एसेट मैनेजमेंट यानी एयूएम 48,806 करोड़ रुपये है। यानी म्यूचुअल फंड की वैल्यू कैटेगरी में कुल एयूएम का अकेले करीब 26 पर्सेंट एसेट्स इसके पास ही है। इसी से पता चलता है कि निवेशकों का भरोसा इस पर कितना है।
एक साल में 43% तो तीन साल में दूने से ज्यादा
एक साल के रिटर्न को देखें तो इसमें भी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू फंड ने बाजी मारी है। इसने 10 हजार रुपये को एक ही साल में 14,312 रुपये बना दिया है। यानी करीब 43 फीसदी का रिटर्न दिया है। तीन साल में इसका रिटर्न सीएजीआर 27.28 फीसदी रहा है। इतने दिनों में 10 हजार का निवेश 20,645 रुपये हो गया है जो दोगुना से भी ज्यादा है। पांच साल में यही रकम 32 हजार से ज्यादा हो गई है जो 26 फीसदी सीएजीआर का रिटर्न दिखाता है। 20 साल में यही रकम 4.50 लाख रुपये से ज्यादा हो गई है।
एसआईपी निवेश में भी कमाल का फायदा
इस फंड में अगर एसआईपी के निवेश को देखें तो इसने भी कमाल का फायदा दिया है। इस फंड की शुरुआत से एसआईपी के माध्यम से 10,000 रुपये का मासिक निवेश 31 जुलाई तक 2.30 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि वास्तविक निवेश केवल 24 लाख रुपये ही रहा है। यानी 19.41% का सीएजीआर रिटर्न मिला है। निफ्टी 50 टीआरआई में समान निवेश से केवल 14.21% का सीएजीआर फायदा मिला है।
धैर्य की जरूरत
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के एमडी और सीईओ निमेश शाह का कहना है कि वैल्यू निवेश के लिए धैर्य की जरूरत होती है, क्योंकि पूरा लाभ प्राप्त होने में समय लग सकता है। हमारे फंड की यात्रा ने दिखाया है कि वैल्यू निवेश दृष्टिकोण भारतीय बाजार में भी प्रभावी है। इस फंड हाउस के कार्यकारी निदेशक और मुख्य निवेश अधिकारी एस नरेन ने कहा, जब आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने 2004 में अपना वैल्यू डिस्कवरी फंड लॉन्च किया, तो इस बात पर संदेह था कि क्या भारत जैसे विकास बाजार में वैल्यू निवेश बढ़ सकता है। हालांकि, हमारा दृढ़ विश्वास इस पर आधारित था कि वैल्यू निवेश, जो अमेरिका जैसी अन्य विकास अर्थव्यवस्थाओं में सफल साबित हुआ था, यहां भी अपनी जगह बनाएगा।