फरार भू-माफिया दीपक मित्तल पर धोखाधड़ी का 10 वां मुकदमा, ईडी और पुलिस की जांच तेज
राजधानी देहरादून के कुख्यात भू-माफिया दीपक मित्तल के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज हुआ है। इस बार आरोप है कि मित्तल ने रेसकोर्स निवासी आर्यन वालिया के पिता को झांसे में लेकर उनकी करोड़ों रुपये की जमीन अपनी कंपनी पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक के नाम कराई और उन्हें निदेशक भी बना दिया। शिकायतकर्ता के अनुसार, वर्ष 2019 में मित्तल ने कंपनी के खातों से करोड़ों रुपये निकालकर अपने साथियों के खातों में ट्रांसफर किए। इन पैसों से फ्लैट खरीदे जाने की बात कही गई, लेकिन हकीकत में रकम को निजी हित में हड़प लिया गया। दीपक मित्तल के खिलाफ अब तक गैंगस्टर एक्ट सहित कुल 10 मामले दर्ज हो चुके हैं। वह पिछले कुछ समय से अपनी पत्नी के साथ देश से फरार है। इस संबंध में पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है और रेड कॉर्नर नोटिस की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए न केवल पुलिस बल्कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच कर रहा है। मित्तल के खिलाफ कई पीड़ित सामने आ चुके हैं और उसकी संपत्तियों की भी जांच की जा रही है। साथ ही बताया कि दीपक मित्तल संगठित तरीके से धोखाधड़ी कर करोड़ों की संपत्ति हड़प चुका है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास लगातार जारी हैं और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से भी संपर्क किया जा रहा है।सूत्रों के अनुसार, मित्तल ने पिछले एक दशक में कई लोगों की जमीनों पर धोखे से कब्जा किया और फर्जी कंपनियों के माध्यम से मोटी रकम का लेन-देन किया। अब पुलिस उसकी अन्य संपत्तियों और विदेश में निवेश की जानकारी भी जुटा रही है।