माताटीला बांध से लगभग 3.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बेतवा नदी में उफान आया है। ओरछा में नदी किनारे स्थित होटल-सहित रिसॉर्ट्स खाली कराने के आदेश जारी हुए। प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है
बुंदेलखंड के झाँसी और आसपास के मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते यूपी के मातातीला बांध के गेट खोलकर साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से धार्मिक नगरी ओरछा सहित झाँसी के कई गाँव में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है। ओरछा में बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे के होटल्स को खाली कराने के फरमान जारी कर दिये गये हैं। ओरछा रिसोर्ट सहित कुछ अन्य होटल्स को भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। भगवान रामराजा की नगरी में नदी किनारे स्थित कई मंदिरों के डूबने की आशंका भी जताई जा रही है।
झाँसी जिला तीन तरफ से मध्यप्रदेश से घिरा हुआ है। यूपी व एमपी में लगातार हो रही जोरदार बारिश से यूपी के मातातीला बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे ओरछा में बेतवा नदी उफान पर है और रिहायशी इलाकों में बढ़ते जलस्तर को देख प्रशासन ने नदी के पास स्थित होटल्स को खाली कराने का अल्टीमेटम दे दिया है। इसके साथ ही झाँसी के परीछा बांध से सटे इलाकों में भी अलर्ट जारी किया गया है।
-हटा पीपा पुल, नाव का सहारा
झाँसी के बड़ागांव इलाके के बेतवा नदी किनारे बसे कई गाँव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। उजयान गाँव को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए बना पीपा पुल हटा दिया गया है, अब उजयान, भीतरी आदि गाँव के लोग नाव के सहारे नदी पार रहे हैं, जो काफ़ी जोखिम भरा है।
-साइकिल व बाइक भी नाव पर
नाव में केवल सवारी ही नहीं बल्कि लोग अपनी बाइक व साइकिल भी रखकर दूसरे पार जाते हैं। सवारियों से भरी नाव में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं, सब भगवान भरोसे है। लाइफ जैकेट भी उपलब्ध नहीं रहती है,ऐसे में यह सफऱ काफ़ी रिस्की माना जाता है। बरसात के पूरे सीजन इस क्षेत्र के लोगों को इन्ही हालातों से गुजरना पड़ता है।