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यूपी की ब्यूरोक्रेसी में किसका दबदबा होगा? रिपोर्ट

यूपी की ब्यूरोक्रेसी का कौन बनेगा बॉस, देखिए खास रिपोर्ट

यूपी की ब्यूरोक्रेसी में कौन बनेगा असली बॉस? जानिए अफसरों की लॉबी, पावर गेम और मुख्यमंत्री की पसंद-नापसंद से जुड़ी खास रिपोर्ट, देखें पूरा विश्लेषण सिर्फ यहां।

यूपी की ब्यूरोक्रेसी का कौन बनेगा बॉस देखिए खास रिपोर्ट

who will become the boss of up bureaucracy | prime news network

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के कार्यकाल का आज अंतिम दिन है. शाम 5 बजे वो रिटायर हो जाएंगे. इस बीच मनोज कुमार सिंह के सेवा विस्तार के लिए केंद्र को जो पत्र भेजा गया था, उसका कोई जवाब नहीं आया है. ऐसे में योगी सरकार प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी को जल्द नया बॉस देने की तैयारी कर रही है. मुख्य सचिव की रेस में आईएएस देवेश चतुर्वेदी, दीपक कुमार और शशि प्रकाश गोयल यानि एसपी गोयल का नाम चल रहा है. हालांकि, एसपी गोयल की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है. 

यूपी के मुख्य सचिव की कुर्सी पर बैठने वाले आईएएस का नाम देश की ब्यूरोक्रेसी के सबसे ताकतवर अफसरों में शुमार होता है. इस कुर्सी तक पहुंचने के लिए जोड़-तोड़, जुगाड़, सिफारिश और लॉबिंग भी जमकर होती है. वर्तमान में 1988 बैच के आईएएस अफसर मनोज कुमार सिंह यूपी के मुख्य सचिव हैं. योगी सरकार ने 30 जून 2024 कौन है मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया था. आईएएस मनोज कुमार सिंह के पास बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास आयुक्त, पीआईसीयूपी (पिकप) के अध्यक्ष यूपीईआईडीए (यूपीडा) के सीईओ, यूपीएसएचए के सीईओ और यूपीडीएएसपी (यूपीडास्प) के परियोजना निदेशक का पद भी है. उनके कार्यकाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जैसे महत्वपूर्ण आयोजन हुए. 

करीब एक महीने पहले उनके सेवा विस्तार के लिए केंद्र को पत्र भेजा गया था. हालांकि, अभी तक केंद्र से पत्र का कोई जवाब नहीं आया है. ऐसे में नये मुख्य सचिव के नाम को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं.

नए मुख्य सचिव के लिए 1989 बैच के आईएएस एसपी गोयल और देवेश चतुर्वेदी तथा 1990 बैच के आईएएस दीपक कुमार का नाम सबसे आगे है. वरिष्ठता क्रम में भी तीनों अधिकारी सबसे ऊपर हैं.

देवेश चतुर्वेदी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद से एसपी गोयल पंचम तल यानि मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात हैं. उनकी गिनती मुख्यमंत्री के बेहद करीबी अफसर में होती है. यूपी की ब्यूरोक्रेसी पर उनकी मजबूत पकड़ है. दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में भी उनकी गहरी पैठ मानी जाती है.

लोक भवन के गलियारों में एसपी गोयल के ही अगला मुख्य सचिव बनने की चर्चा जोरों पर है. चूंकि, आईएएस देवेश चतुर्वेदी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और दीपक कुमार को हाल ही में एपीसी यानि कृषि उत्पादन आयुक्त बनाया गया है, जो मुख्य सचिव के बाद ब्यूरोक्रेसी का दूसरा सबसे बड़ा पद है. ऐसे में एसपी गोयल की दावेदारी और भी ज्यादा मजबूत हो जाती है. एसपी गोयल अगर मुख्य सचिव बनते हैं तो उनका कार्यकाल अगले विधानसभा चुनाव से 2 महीने पहले जनवरी 2027 तक रहेगा.

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